बोर्ड परीक्षा : हसनगढ़ में दूसरे की जगह परीक्षा देते दो को पकड़ा, फरमाणा में एक चकमा देकर भागा

 


बोर्ड परीक्षा : हसनगढ़ में दूसरे की जगह परीक्षा देते दो को पकड़ा, फरमाणा में एक चकमा देकर भागा


हरियाणा बोर्ड की कक्षा दसवीं की परीक्षा के पहले दिन जिले में जमकर नकल चली। कई सेंटरों पर धारा 144 नाममात्र की नजर आई। बुधवार को सामाजिक विज्ञान के पेपर में 61 सेंटरों पर करीब 13900 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी। जिले के 57 केंद्रों पर 15 फ्लाइंट टीमों ने दौरा कर 13 नकलची पकड़े। इसके अलावा बोर्ड चेयरमैन फ्लाइंग टीम ने हसनगढ़ डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में बने परीक्षा केंद्र में दूसरे के स्थान पर पेपर देते दो लड़कों को पकड़ा। केंद्र अधीक्षक सुरेंद्र कादियान की शिकायत पर दोनों के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराया गया है। वहीं फरमाणा के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के परीक्षा केंद्र से दूसरे की जगह परीक्षा देने वाला युवक केंद्र अधीक्षक को चकमा देकर फरार हो गया। उधर, पाकस्मा के परीक्षा केंद्र को बाहरी अनियमितता के कारण रद्द कर रोहतक में विश्वकर्मा स्कूल में शिफ्ट कर दिया गया है।


 

चुलियाणा गांव के राजकीय सीनियर सेेकेंडरी स्कूल में नकल डालने वालों को जब परीक्षा ड्यूटी में तैनात जवान राजपाल ने खदेड़ा तो उस पर किसी ने ईंट से हमला कर दिया। इससे जवान के हाथ पर चोट आई है। एसडीएम के उड़नदस्ते ने बाहरी माहौल देखक र चुलियाणा सेंटर पर अव्यवस्था की रिपोर्ट विभाग को भेज दी है। बुधवार को परीक्षा केंद्र का दौरा करते समय बोर्ड फ्लाइंग ने सांपला खंड के ही एक स्कूल में लैब अटेंडेंट के पास मोबाइल मिला, मोबाइल को फ्लाइंग ने अपने कब्जे में ले लिया। वहीं रिठाल गांव में एक कमरे में परीक्षार्थी के पास मोबाइल मिलने पर उसका केस बना दिया गया व अध्यापक को रिलीव कर दिया गया।
निजी स्कूल के विद्यार्थियों की जगह दे रहे थे पेपर, एक फर्जी युवक भालौठ तो दूसरा बिहार के छपरा जिले से
हसनगढ़ में पकड़े गए दोनों युवक सांपला में स्थित निजी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के स्थान पर पेपर दे रहे थे। पेपर होने के करीब डेढ़ घंटे बाद शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. जगबीर सिंह हसनगढ़ पहुंचे। चेयरमैन के साथ आई टीम ने करीब 15 विद्यार्थियाें की तलाशी ली। जिनकी आईडी भी चेक की गई। दो परीक्षार्थियों पर शक होने पर चेयरमैन ने तुरंत फोन पर बोर्ड की साइट क्यूआरएप के माध्यम से दोनों परीक्षार्थियों के अनुक्रमांक में लगे फोटो और हस्ताक्षर मिलान किए। तब फर्जीवाड़ा सामने आया। जिन परीक्षार्थियों के पेपर थे उनके रोल नंबर स्लिप पर लगे फोटो पर अपने फोटो लगा कर स्कैन करा रखा था। बच्चों ने आधार कार्ड में भी अपना ही फोटो स्कैन करा रखा था। पकड़े जाने वाला एक फ र्जी परीक्षार्थी भालौठ गांव का था जिला सोनीपत के गांव सिसाना निवासी की जगह पेपर दे रहा था। जबकि दूसरा परीक्षार्थी बिहार के जिला छपरा का रहने वाला था, जो झज्जर जिले के गांव मांडोठी के लड़के की जगह परीक्षा दे रहा था। इसके अलावा चेयरमैन ने सांपला सहित अन्य कई सेंटरों का दौरा किया। सेंटर इंचार्ज सुरेंद्र कादियान का कहना है कि परीक्षा में बैठने से पहले सभी विद्यार्थियों के अनुक्रमांक व आईडी चेक की जाती है, लेकिन उन्होंने फर्जीवाड़ा किया हुआ था। दोनों को पुलिस के हवाले कर दिया गया है।
फरमाणा का परीक्षा केंद्र बदलने की सिफारिश, मिली अनियमितता
गांव फरमाणा के परीक्षा केंद्र में बोर्ड के उड़नदस्ते को बाहरी लोगों की भारी भीड़ मिली। वहीं परीक्षा केंद्र के अंदर भी कई अनियमितताएं पाई गईं। उड़नदस्ता अधिकारी महेश वर्मा ने बताया कि महम खंड के गांव फरमाणा में बाहरी लोगाें की वजह से परीक्षार्थियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पंचायत सदस्यों से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कोई सकारात्मक जवाब नहीं दिया। इन परिस्थितियों में सुचारु रूप से परीक्षा लेना संभव नही है। इसलिए परीक्षा केंद्र बदलने की सिफारिश बोर्ड के पास भेज दी गई है।
सैमाण के परीक्षा केंद्र से पेपर लीक होने की खबर निकली अफवाह :
दसवीं कक्षा का सामाजिक अध्ययन का पेपर लीक होने की खबर दस मिनट बाद ही सोशल मीडिया पर वायरल होनी शुरू हो गई। वायरल करने वालों ने पेपर की वीडियो और फोटो सोशल मीडिया ग्रुपों पर डालते हुए गांव सैमाण के परीक्षा केंद्र से पेपर लीक होने का बात कही जा रही जा रही थी। वायरल वीडियो और फोटो में परीक्षार्थी व उसकी मां का नाम नजर आ रहा था। पेपर लीक होने की खबर मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी सकते में आ गए और उन्होंने परीक्षा केंद्र का दौरा कर मामले की जांच की। जांच में वायरल वीडियो व फोटो में जिस परीक्षार्थी का नजर आ रहा था उस नाम का कोई परीक्षार्थी केंद्र पर नहीं पाया गया। परीक्षा केंद्र अधीक्षक सुरेंद्र ग्रेवाल ने बताया कि सोशल मीडिया पर जो पेपर वायरल किया जा रहा था, वह सैमाण के परीक्षा केंद्र से लीक नहीं हुआ। वायरल वीडियो में दिखाई दे रहे नाम की जांच की गई तो उस नाम का कोई छात्र परीक्षा में मौजूद नहीं मिला। बोर्ड और परीक्षा केंद्र को बदनाम करने व सुर्खियों में रहने के लिए एक या दो लोग इस तरह की झूठी वीडियो व फोटो वायरल कर रहे हैं।
अफवाह फैलाने वालों की पहचान कर रही पुलिस :
वायरल करने वालों की शिकायत पुलिस को दी जाएगी। उपपुलिस अधीक्षक पृथ्वी सिंह ने बताया कि पेपर लीक की झूठी अफवाह फैलाने वालों की पहचान की जा रही है। परीक्षा केंद्र अधीक्षक की ओर से अभी तक कोई शिकायत दर्ज नहीं करवाई गई है। शिकायत मिलते ही उचित कार्रवाई की जाएगी।
जो स्टाफ किया रिलीव भविष्य में कभी नहीं दे पाएगा एग्जाम ड्यूटी : उपायुक्त
उपायुक्त आरएस वर्मा ने कहा कि परीक्षा के दौरान जो स्टाफ रिलीव किया जा रहा है, वो भविष्य में कभी भी परीक्षा केंद्र पर ड्यूटी नहीं दे सकेंगे। किसी को विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का अधिकार नहीं है।